Pradhan Mantri Kisan Sampada Yojana | प्रधानमंत्री किसान सम्पदा योजना 2023 | APPLY easily | PMKSY पर रजिस्ट्रेशन कैसे करे, प्रधानमंत्री किसान सम्पदा योजना के बारे में सारी जानकारी अब हिंदी में
Pradhan Mantri Kisan Sampada Yojana
PM Kisan Sampada Yojana:- 14 वीं वित्त आयोग की केंद्रीय क्षेत्र योजना के अंतर्गत कृषि क्षेत्र में सुधार करने की पहल की जा रही है. 2016-20 की अवधि के लिए मई 2017 में कैबिनेट द्वारा ‘कृषि समुद्री प्रोसेसिंग और कृषि कार्य नवनीकरण’ के लिए योजना को मंजूरी दी गयी थी
योजना में सुधार कर उसके पूर्ववर्ती नाम को नवीनतम रूप में ‘प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना’ के नाम से सम्बोधित किया गया है. प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई योजनाओं में से यह भी एक महत्वपूर्ण योजना है. इस योजना की विशेषताएँ, लाभ एवं सरकार द्वारा उठायें जा रहे कदम के विषय में यहाँ दर्शाया जा रहा है
PM Kisan Sampada Yojana की key Highlights
योजना का नाम | प्रधानमंत्री किसान सम्पदा योजना |
शुरू की गयी | प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने |
लाभार्थी | देश के किसान |
PM Kisan Sampada Yojana का मुख्य उद्देश्य :-
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य खाद्य प्रसंस्करण एवं संरक्षण क्षमताओं का निर्माण, मूल्य संवर्द्धन, खाद्यान अपव्यय में कमी के लिये प्रसंस्करण के स्तर को बढ़ाना तथा मौजूदा खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों का आधुनिकीकरण एवं विस्तार करना है।
- व्यक्तिगत प्रसंस्करण इकाइयों की गतिविधियों में फसल कटाई के बाद की विभिन्न प्रक्रियाओं (Post-harvest Processes) यथा- मूल्य संवर्द्धन, उत्पाद की शेल्फ लाइफ बढ़ाने जैसी सुविधाएँ, संरक्षण कार्य आदि शामिल हैं।
- कृषि को पूरक बनाना एवं कृषि कार्य में व्यय को कम कर आधुनिक तरीके से खेती कर ज्यादा उपज हासिल करना.
- कृषि के दौरान अनावश्यक संसाधनों को कम करने और शेयरों में वृद्धि की सम्भावना बढ़ाना.
- इसके साथ ही यह सुनिश्चित करना कि इस योजना की प्रक्रिया के दौरान संसाधनों का सही इस्तेमाल हो रहा है या नहीं इस योजना का मुख्य उद्देश्य है.
- देश में मजबूत भोजन आपूर्ति और खाद्य सेवा की एक नियमित श्रृंखला स्थापित करना भी इस योजना का मुख्य लक्ष्य है.
पीएम किसान सामान निधि योजना ऑनलाइन आवेदन
Pradhan Mantri Kisan Sampada Yojana के लाभ
- Pradhan mantri kisan sampada yojana के कार्यान्वयन से आधुनिक आधारभूत संरचना का निर्माण और प्रभावी आपूर्ति श्रृंखला तथा फार्म के गेट से खुदरा दुकान तक प्रभावी प्रबंधन हो सकेगा।
- इससे देश में खाद्य प्रसंस्करण को व्यापक बढ़ावा मिलेगा।
- इससे किसानों को बेहतर मूल्य पाने में मदद मिलेगी और यह किसानों की आमदनी दोगुना करने के दिशा में एक बड़ा कदम है।
- इससे रोजगार के बड़े अवसर विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध हो सकेंगे।
- इससे कृषि उत्पादों की बर्बादी रोकने, प्रसंस्करण स्तर बढ़ाने, उपभोक्तआओं को उचित मूल्य पर सुरक्षित और सुविधाजनक प्रसंस्कृत खाद्यान्न की उपलब्धता के साथ प्रसंस्कृत खाद्यान्न का निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- किसानों की फसल बर्बाद होने से बच जाएगी
- किसानों को अपनी फसल का उचित मूल्य मिलेगा
- वह गरीबी स्तर से ऊपर उठ पाएंगे
- किसानों का भविष्य उज्जवल होगा
Pradhan Mantri Kisan Sampada Yojana की घटक योजनायें
- मेगा फूड पार्क
- एकीकृत कोल्ड चेन और मूल्य संवर्द्धन अवसंरचना
- कृषि-प्रसंस्करण समूहों ( Agro-Processing Clusters) के लिये बुनियादी ढाँचा
- बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज का निर्माण
- खाद्य प्रसंस्करण और संरक्षण क्षमता का निर्माण / विस्तार
- खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता आश्वासन अवसंरचना
- मानव संसाधन और संस्थान
प्रधानमंत्री किसान सम्पदा योजना के तहत लागु की जाने वाली योजनाये :-
- मेगा फूड पार्क:-
मेगा फूड पार्क की योजना किसानों, प्रोसेसर और खुदरा विक्रेताओं को एक साथ लाकर कृषि उत्पादन को बाजार से जोड़ने के लिए एक तंत्र प्रदान करती है, ताकि अधिकतम मूल्य संवर्धन, अपव्यय को कम करने, किसानों की आय में वृद्धि और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा हो सके। मेगा फूड पार्क में आम तौर पर संग्रह केंद्रों, प्राथमिक प्रसंस्करण केंद्रों, केंद्रीय प्रसंस्करण केंद्रों, कोल्ड चेन सहित लगभग 25-30 पूरी तरह से विकसित भूखंड उद्यमियों के लिए खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना के लिए होते हैं। अभी तक 21 मेगा फूड पार्क ऑपरेशनल हैं।
- कोल्ड चेन:-
कोल्ड चेन, वैल्यू एडिशन और संरक्षण इंफ्रास्ट्रक्चर की योजना का उद्देश्य खेत से उपभोक्ता तक बिना किसी ब्रेक के एकीकृत कोल्ड चेन और संरक्षण संरचना प्रदान करना है। इसमें संपूर्ण आपूर्ति श्रृंखला के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधा का निर्माण शामिल है, जैसे- पूर्व शीतलन, तौल, छँटाई, ग्रेडिंग, कृषि स्तर पर वैक्सिंग की सुविधा, बहु उत्पाद / बहु तापमान कोल्ड स्टोरेज, सीए स्टोरेज, पैकिंग सुविधा, आईक्यूएफ और बागवानी की सुविधा के लिए मोबाइल कूलिंग इकाइयाँ, जैविक उत्पादन, डेयरी, मांस और पोल्ट्री आदि।
- खाद्य प्रसंस्करण / संरक्षण क्षमता का सृजन / विस्तार:-
इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रसंस्करण और संरक्षण क्षमताओं का निर्माण और प्रसंस्करण के स्तर को बढ़ाने के लिए मौजूदा खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के आधुनिकीकरण / विस्तार है। नई इकाइयों की स्थापना और मौजूदा इकाइयों के आधुनिकीकरण / विस्तार को योजना के तहत शामिल किया गया है। योजना केंद्रीय और राज्य सार्वजनिक उपक्रमों / संयुक्त वेंचर्स / किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) / गैर सरकारी संगठनों / सहकारी समितियों / एसएचजी / प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों जैसे संगठनों के माध्यम से कार्यान्वित की जाती है।
- एग्रो प्रोसेसिंग क्लस्टर के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर:-
इस योजना का उद्देश्य आधुनिक अवसंरचना के साथ अच्छी तरह से सुसज्जित आपूर्ति श्रृंखला के माध्यम से उत्पादकों / किसानों के समूहों को प्रोसेसर और बाजारों से जोड़कर क्लस्टर प्रसंस्करण पर आधारित खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना के लिए उद्यमियों के समूह को प्रोत्साहित करने के लिए आधुनिक बुनियादी ढाँचे और सामान्य सुविधाओं को विकसित करना है। कृषि प्रसंस्करण क्लस्टर की स्थापना के लिए कम से कम 50 एकड़ जमीन की खरीद के लिए या कम से कम 50 वर्षों के लिए पट्टे पर होने की आवश्यकता है।